चांदनी चौक का निर्माण 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने करवाया था, जब उन्होंने अपनी नई राजधानी शाहजहाँनाबाद (आज की पुरानी दिल्ली) बसाई थी. यह बाज़ार लाल किले के सामने बनाया गया था, और इसे उस समय का सबसे भव्य और आधुनिक व्यापारिक केंद्र माना जाता था.
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Being Ghumakkad19 Jun, 202507:03 PMकैसे पड़ा 'चांदनी चौक' का नाम? जानें दिल्ली के इस मशहूर बाजार से जुड़ा यह दिलचस्प किस्सा
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Being Ghumakkad19 Jun, 202506:02 PMजब बीटल्स ने बदल दी इस शांत शहर की पहचान, जानें ऋषिकेश कैसे बना 'योग कैपिटल'?
ऋषिकेश आदिकाल से ही योग और आयुर्वेद के ज्ञान का केंद्र रहा है. यहाँ कई प्राचीन आश्रम और गुरुकुल स्थापित थे जहाँ योग और आध्यात्मिक शिक्षा दी जाती थी. गंगा नदी के किनारे का शांत और पवित्र वातावरण योग साधना के लिए आदर्श माना जाता था.
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लाइफस्टाइल19 Jun, 202502:12 PMचमकदार और बेदाग स्किन के लिए अब महंगे प्रोडक्ट क्यों? दूध में ये 3 चीज़ें मिलाकर लगाएं, पाएं जादुई निखार!
इन आसान और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप बिना किसी केमिकल के अपनी त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और बेदाग बना सकते हैं. तो इंतज़ार किस बात का, आज ही अपनी रसोई से इन जादुई चीज़ों को निकालें और अपनी त्वचा को दें वो निखार जिसकी वह हकदार है.
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लाइफस्टाइल19 Jun, 202501:16 PMतलाक नहीं, लेकिन साथ भी नहीं! क्या है जुडिशियल सेपरेशन? जानें क्यों बढ़ रहा है इसका चलन
जुडिशियल सेपरेशन एक कानूनी प्रक्रिया है जिसके तहत अदालत पति-पत्नी को एक-दूसरे से अलग रहने की अनुमति दे देता है, जबकि उनका वैवाहिक बंधन कानूनी रूप से बना रहता है. इसका मतलब यह है कि वे अब पति-पत्नी के रूप में साथ रहने के लिए बाध्य नहीं हैं, लेकिन वे अभी भी विवाहित माने जाते हैं और दोबारा शादी नहीं कर सकते. यह तलाक से पहले एक तरह का 'ब्रेक' या 'कूलिंग-ऑफ पीरियड' होता है.
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लाइफस्टाइल19 Jun, 202510:49 AMक्या चीनी है आपकी सेहत की दुश्मन? जानें क्यों कम करनी चाहिए इसकी मात्रा, मिलेगी बेहतर ज़िंदगी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उत्तर प्रदेश) ने एक जागरूकता पोस्ट के जरिए लोगों को चीनी के सीमित सेवन की सलाह दी है. हमारे दैनिक जीवन में चीनी की मात्रा सीमित होना बहुत जरूरी है. जिससे 'डायबिटीज', मोटापा और हृदय रोग जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से आप खुद को बचा जा सकते हैं. आइए, इस मुद्दे को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि चीनी का संतुलित सेवन क्यों जरूरी है. साथ ही, विभिन्न खाद्य पदार्थों में मौजूद चीनी की मात्रा के बारे में स्पष्ट जानकारी होना जरूरी है.
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लाइफस्टाइल17 Jun, 202511:21 PMमोटापा घटाना है तो आज ही बदलें अपनी रोटी! बाजरा देगा जबरदस्त फायदे, सेहत बनेगी दमदार
बाजरा एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है, जो फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, आयरन और कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है. इसकी पोषण प्रोफ़ाइल इतनी समृद्ध है कि यह गेहूं और चावल जैसे मुख्य अनाजों से कहीं बेहतर मानी जाती है. बाजरे की रोटी को अपने आहार का हिस्सा बनाने से न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाता है.
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Being Ghumakkad17 Jun, 202507:58 PMफ्लाइट के टॉयलेट में Ashtray क्यों? बैन के बावजूद भी रखी होती है ये चीज़, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
Ashtray को एक 'लास्ट रिसॉर्ट' सुरक्षा उपकरण के रूप में रखा जाता है. यह इस उम्मीद में होता है कि अगर कोई यात्री धूम्रपान करने की मूर्खता करता भी है, तो कम से कम वह जलती हुई सिगरेट को सुरक्षित रूप से बुझा सके और उसे आग लगने के जोखिम वाली जगह में न फेंके.
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लाइफस्टाइल17 Jun, 202506:04 PMक्या है '5 P'? मोटापा घटाने और सेहत बढ़ाने का ये फार्मूला बदल देगा आपकी ज़िंदगी
FSSAI ने '5 P' की अवधारणा को पेश किया है. अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां और पर्याप्त पानी शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. यह आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, आपको हाइड्रेटेड रखता है, और कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है. आइए जानते हैं आखिर '5 P' है क्या.
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Being Ghumakkad17 Jun, 202503:14 PMबद्रीनाथ जाएं तो सिर्फ मंदिर नहीं, इन 3 अद्भुत स्थानों की भी करें सैर...मिलेगा आध्यात्म और रोमांच का अनोखा अनुभव
बद्रीनाथ धाम न केवल एक प्रमुख तीर्थस्थल है, बल्कि यह शानदार हिमालयी चोटियों से घिरा एक बेहद खूबसूरत क्षेत्र भी है. यहाँ की आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ-साथ, आसपास के प्राकृतिक नज़ारे और पौराणिक कथाओं से जुड़े स्थल इसे और भी खास बनाते हैं.
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लाइफस्टाइल17 Jun, 202501:08 PMकूल दिखने के चक्कर में न बनवाएं टैटू...शरीर के इन 5 हिस्सों पर टैटू बनवाना सेहत के लिए हानिकारक
टैटू बनवाना एक व्यक्तिगत पसंद है, लेकिन इससे पहले शरीर के उन हिस्सों के बारे में जानना ज़रूरी है जहाँ टैटू बनवाना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. बताए गए हिस्सों में दर्द, इन्फेक्शन, इंक का फैलना और जल्दी फीका पड़ना जैसी समस्याएं आम हैं. हमेशा एक अनुभवी और स्वच्छ टैटू कलाकार से ही टैटू बनवाएं और टैटू बनवाने से पहले इन बातों पर ज़रूर विचार करें, ताकि आपकी सेहत और टैटू दोनों सुरक्षित रहें.
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लाइफस्टाइल17 Jun, 202511:08 AMपीठ दर्द से हैं परेशान तो अपनाएं ये आसान उपाय! ऑफिस चेयर पर घंटों बैठने वालों के लिए रामबाण
ऑफिस में बैठे-बैठे पीठ दर्द के कई कारण हो सकते हैं. सबसे बड़ा कारण गलत तरीके से बैठना है. आगे की ओर झुककर बैठना, कूल्हे मोड़कर बैठना या बिना सपोर्ट के बैठना रीढ़ पर अनावश्यक दबाव डालता है. लगातार कई घंटों तक बैठे रहने से पीठ की मांसपेशियों और रीढ़ पर दबाव बढ़ता है, जिससे रक्त प्रवाह भी प्रभावित होता है. अगर आपकी ऑफिस चेयर एर्गोनॉमिक रूप से सही नहीं है और पीठ को पर्याप्त सपोर्ट नहीं देती, तो दर्द हो सकता है. पीठ और पेट की मांसपेशियों का कमज़ोर होना भी दर्द का कारण बन सकता है, क्योंकि वे रीढ़ को पर्याप्त सहारा नहीं दे पातीं. व्यायाम न करना या कम चलना-फिरना भी पीठ दर्द को बढ़ाता है.
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Being Ghumakkad17 Jun, 202501:11 AMआज से सालों पहले कैसा था पहला ट्रैफिक सिग्नल? लाल, हरा और पीला रंग ही क्यों चुना गया...जानिए इसकी दिलचस्प कहानी
10 दिसंबर 1868 को दुनिया का सबसे पहला ट्रैफिक सिग्नल लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर पर लगाया गया था. यह आज के आधुनिक सिग्नलों जैसा नहीं था. इसे रेलवे सिग्नल सिस्टम की तरह ही हाथ से (मैन्युअल) ऑपरेट किया जाता था और इसकी ज़िम्मेदारी एक पुलिसकर्मी की होती थी. शुरुआती दौर में इसमें सिर्फ लाल और हरी बत्ती का ही इस्तेमाल होता था.
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लाइफस्टाइल16 Jun, 202508:08 PMमहिलाएं ध्यान दें! नाइट शिफ्ट पड़ सकती है आपकी सेहत पर भारी, अस्थमा से है सीधा कनेक्शन: रिसर्च
नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं में अस्थमा का बढ़ा हुआ खतरा एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय है जिस पर ध्यान देने की ज़रूरत है. यह अध्ययन महिलाओं के स्वास्थ्य पर नाइट शिफ्ट के गहरे प्रभावों को उजागर करता है. इस संबंध में और शोध की आवश्यकता है, लेकिन तब तक, नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी जीवनशैली और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें.
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लाइफस्टाइल16 Jun, 202506:26 PMसावधान! Wi-Fi का ज़्यादा इस्तेमाल बन सकता है इन्फर्टिलिटी का कारण, जानें क्यों और क्या करें
कई अध्ययनों में पाया गया है कि Wi-Fi radiation के संपर्क में आने से शुक्राणु की गतिशीलता जिसे Sperm Motility कहते हैं, कम हो सकती है. गतिशीलता शुक्राणु के अंडे तक पहुंचने और उसे fertilize करने की क्षमता के लिए महत्वपूर्ण है. इसके अलावा इसका असर Sperm Count पर भी पड़ता है. Radiation स्पर्म काउंट को कम कर सकता है और उनके डीएनए को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
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लाइफस्टाइल16 Jun, 202504:05 PMबच्चों को ज़्यादा मीठा खिलाना पड़ सकता है भारी! आगे चलकर हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
बच्चों में मीठे के प्रति प्राकृतिक झुकाव होता है. उनके taste buds मीठे के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं. साथ ही, आज के समय में चीनी से भरपूर खाद्य पदार्थ (जैसे सोडा, कैंडी, फ्रूट जूस) इतनी आसानी से उपलब्ध हैं कि बच्चों को इनसे दूर रखना मुश्किल हो जाता है. कई बार माता-पिता भी अनजाने में या जानकारी के अभाव में बच्चों को ज़्यादा चीनी वाले प्रोडक्ट्स खिला देते हैं.